जगंली जानवर का शिकार करने वाले गैर जनपद के शिकारियों को वन विभाग की टीम ने किया गिरफ्तार, असलहा सहित कारतूस भी बरामद।

 जगंली जानवर का शिकार करने वाले गैर जनपद के शिकारियों को वन विभाग की टीम ने किया गिरफ्तार, असलहा सहित कारतूस भी बरामद। 



रिपोर्ट मदन मोहन नौगढ़/चंदौली 



 फायरिंग की सूचना पर वन विभाग की घेराबंदी, हथियार, कारतूस, चाकू व संदिग्ध मांस बरामद


 जयमोहनी रेंज अंतर्गत गहिला जंगल में बुधवार देर रात वन्यजीव शिकार की बड़ी साजिश को वन विभाग की टीम ने समय रहते नाकाम कर दिया। पेट्रोलिंग के दौरान जंगल में फायरिंग की सूचना मिलते ही वन कर्मियों ने घेराबंदी कर दो आरोपियों को मौके से दबोच लिया, जबकि चार अन्य आरोपी हथियार लेकर अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।



धौठवा बीट में थार वाहन से पहुंचे थे शिकारी

क्षेत्राधिकारी अमित श्रीवास्तव ने बताया कि बुधवार की रात करीब 11:55 बजे जयमोहनी रेंज के धौठवा बीट, शिकार गंज-16 क्षेत्र में वन्यजीव अभयारण्य में फायरिंग की सूचना मिली। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची टीम को एक थार जीप (संख्या JH10BW6386) तथा एक अन्य वाहन जंगल से निकलते हुए दिखाई दिए। वन कर्मियों द्वारा वाहनों को रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन चालक वाहन लेकर भागने लगे। काफी पीछा करने के बाद थार वाहन को घेराबंदी कर रोका गया। वाहन सवार आरोपी अलग-अलग दिशा में भागने लगे, जिनमें से दो को मौके से पकड़ लिया गया।

वाहन की तलाशी लेने पर उसमें से मेड इन इटली कंपनी की डबल बैरल 12 बोर बंदूक,

03 जिंदा 12 बोर कारतूस,

01 खाली कारतूस, खून के निशान लगी बड़ी धारदार छुरी,

लगभग 01 किलोग्राम संदिग्ध जंगली जानवर का मांस (पालीथीन में), देशी शराब और टॉर्च बरामद की गई। 

सभी बरामद सामग्री को जब्त कर जयमोहनी रेंज कार्यालय लाया गया।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान


1. भुवनेश्वर सिंह पुत्र चुनीलाल, निवासी–ददरा (हिनौता), थाना राजगढ़, जनपद मिर्जापुर, घमेंद्र सिंह पुत्र अमरनाथ सिंह, निवासी–ददरा, थाना राजगढ़, जनपद मिर्जापुर के रूप में हुई है।आरोपियों के विरुद्ध

वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 2, 9, 11, 27, 29, 39(D), 50, 51, 57

तथा भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 26 एवं 52(क) के अंतर्गत कार्रवाई की गई है। बरामद वाहन और हथियारों को न्यायालय में प्रस्तुत कर राज्य सरकार के पक्ष में जब्ती की प्रक्रिया शुरू की गई है। क्षेत्रीय वनाधिकारी अमित कुमार ने पत्रकारों को बताया कि पेट्रोलिंग के दौरान फायरिंग की सूचना मिलते ही टीमों को सक्रिय किया गया। दो आरोपियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि हथियार लेकर फरार हुए चार अन्य आरोपियों की तलाश के लिए जंगल और सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार दबिश दी जा रही है। ने कहा कि वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र में शिकार की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वन विभाग की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से एक बड़ा वन्यजीव अपराध टल गया।

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